सोमवार, 3 मार्च 2008

साहित्य समय

आहत मन की अभिव्यक्ति

वरिष्ठ चित्रकार हरिपाल त्यागी का एक चित्र

हरिपाल त्यागी न केवल लब्ध-प्रतिष्ठ चित्रकार हैं प्रत्युत हिन्दी गद्य साहित्य के उल्लेखनीय हस्ताक्षर भी हैं. अब तक उनकी अनेक पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं, जिनमें ’आदमी से आदमी तक’ तथा ’महापुरुष’ बहुचर्चित हैं. ’महापुरुष’ में उनके नौ महान लेखकों (लेखक के शब्दों में) के परिचयात्मक व्यंग्य-चित्र प्रकाशित हैं. यह पुस्तक हाल में ’राजपाल एण्ड संस’ से प्रकाशित हुई है.
महापुरुष में कमलेश्वर, त्रिलोचन, राजेन्द्र यादव, विद्यानिवास मिश्र, अशोक बाजपेयी, नामवर सिंह, निर्मल वर्मा , रवीन्द्रनाथ त्यागी तथा स्वयं लेखक द्वारा अपने विषय में लिखे गए व्यंग्य-चित्र संग्रहीत हैं. व्यंग्यात्मकता के बावजूद ये आलेख आत्मीयता का उत्कृष्ट उदाहरण हैं. ये लेखक की सूक्ष्म पर्यवेक्षक दृष्टि और आकर्षक भाषा-शिल्प को प्रमाणित करते हैं. हाल में इस पुस्तक का लोकार्पण डॉ. नामवर सिंह ने प्रेस-क्लब (दिल्ली) में किया था. नवीन संरचनात्मक स्वरूप के कारण निश्चित ही इस पुस्तक का हिन्दी जगत में स्वागत होगा.








’महापुरुष’ का लोकार्पण करते हुए हिन्दी आलोचना के शिखर पुरुष डॉ. नामवर सिंह तथा साथ में पुस्तक लेखक हरिपाल त्यागी.

3 टिप्‍पणियां:

सुभाष नीरव ने कहा…

Vah bhai Chandel ! Rachna Samay ko sarthak kar rahe ho! lage raho bhai!
Subhash Neerav

बेनामी ने कहा…

मैंने रचनायें पढ़ी । चयन उत्कृष्ट है । आपकी गंभीरता और विचारात्मक सक्रियता भी झाँकती है वहाँ । कुछ अच्छी और ऐसी सामग्री से हमें भी नवाज़ते रहते हैं । सादर

बेनामी ने कहा…

My dear Chandel,
As was expected, your post retirement life has become very satisfactory and graceful. Now you can devote your full time to the work of your choice and satisfaction. Your happiness is very much reflected in the outstanding work being done by you through Rachana Samaya.
Keep it up.
I. BURMAN